दिल्ली मर्डर केस: गला दबाना आसान था लेकिन ठिकाने लगाना नहीं – आफताब पूनावाला

Aftab Murder Case

हाल ही में दिल्ली में हुए एक मर्डर केस में नया खुलासा सामने आया है इस मर्डर की घटना को अंजाम देने वाले आफताब पूनावाला ने कहा अपने लिव-इन पार्टनर को मौत के घाट उतारना आसान था लेकिन उससे छुटकारा पाना नहीं। आफताब ने पूछताछ के वक्त बताया कैसे उसके पसंदीदा टीवी शो डेक्सटर ने उसे सावधानीपूर्वक मृत शरीर को निपटाने की योजना बनाने में मदद की।

पुलिस को दिए गए बयान के मुताबिक पूनावाला ने बताया कि उसने सबसे पहले 300 लीटर का रेफ्रिजरेटर खरीदा। उसने कुछ साल पहले 28 वर्षीय एक्सेप्ट के रूप में परीक्षण लिया था और उसके पास अपने भयानक मिशन को शुरू करने के लिए आवश्यक कौशल भी था पूनावाला ने श्रद्धा के शरीर को छोटे-छोटे हिस्सों में काट दिया ताकि वह उससे दिन-ब-दिन छुटकारा पा सके।

हालाँकि यह घिनोना काम करना इतना आसान नहीं था। आफताब ने अपने पूछताछ के बाद स्वीकार किया कि उसने शरधा को बड़ी ही बेरहमी से मारा और उसके टुकड़े-टुकड़े करके रेफ्रिजरेटर में रख दिए। यह काम करते समय वह शराब पीता और अपने मुंह पर कपड़ा बांधकर रखता। कभी-कभी इस बात से वह भयभीत भी हो जाता था और सोचता की उसने यह क्या किया और निराशा में वह रोया भी करता था लेकिन गिरफ्तार होने के डर से उसने अपना यह काम जारी रखा।

उसने शव के टुकड़े करने के बाद सभी टुकड़ों को रेफ्रिजरेटर में रखा और दुर्गंध हटाने के लिए अगरबत्ती और दुर्गंध हटाने वाली बोतलों का भी इस्तेमाल करता। आफताब पूनावाला ने बहुत ही सावधानी पूर्वक दिनचर्या का पालन किया और रोज रात को 2 बजे फ्रिज में रखे गए शव के एक, दो अंगों को निकालता फिर एक बैग में भरकर घर से निकल जाता, वह रोज एक नए इलाके में जाता और शव के टुकड़ों को नाली ये जंगल में फेंक देता। टुकड़ों को फेंकते समय वह उसे छोटे-छोटे टुकड़ों में काट देता ताकि कूड़ा बीनने वाले लोगों को कोई भनक भी ना लग सके और शव के टुकड़ों को फेंकने के बाद वह पॉलिथीन को दूसरी जगह फेंक देता।

इस घटना को अंजाम देने के बाद आफताब पूनावाला ने शायद सोचा था कि वह गिरफ्तारी से बच जाएगा, लेकिन दिल्ली पुलिस को इसकी भनक लग गई और 6 महीनों के अंदर ही दिल्ली पुलिस ने उसे पकड़ लिया। उसको गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने शव के टुकड़ों को ढूंढने में काफी मशक्कत की।

आफताब पूनावाला ने जिस गोपनीयता के साथ यह सब कुछ किया इस घटना ने पूरे इलाके को हिला कर रख है। मकान नंबर 93 /1 को ₹10000 में किराये पर लेने वाले आफताब ने कैसे बड़ी ही बेरहमी से एक औरत का कत्ल किया और 35 टुकड़ों में शव को काट डाला।

पड़ोसियों से बात करने पर पता चला की उसको देखकर कुछ ऐसा नहीं लगता था कि उसने किसी का कत्ल किया होगा। उसके चेहरे पर एक सामान्य भाव रहता था और वह अपने घर से ज्यादा बाहर आता जाता नहीं था, कुछ जरुरत का सामान लेने के लिए ही वह कहीं पर आता या जाता था। कई बार लोगों ने उसे रात के समय घर से बाहर जाते देखा लेकिन लोगों को लगा कि वह अपने काम पर जा रहा है यहां तक कि किसी को उसके काम के बारे में भी कुछ पता नहीं था।

एक बार एक पड़ोसी ने बताया कि उसने उसके फ्लैट से कुछ लड़ने की आवाजें सुनाई दी और उसके तुरंत बाद अचानक से ही संगीत बजने लगा शायद यह उसी घटना के वक़्त होगा। जिस इलाके में हत्या हुई वहां एक मिली-जुली आबादी है और ज्यादातर लोग किराएदार हैं उनमें से बात करते हुए एक किराएदार ने बताया कि उसने कभी महसूस भी नहीं किया था कि ऐसी घटना उसके इलाके में होगी सच में यह बहुत ही डरावना है कैसे कोई किसी महिला को 35 टुकड़ों में काटने के बाद कितना सामान्य व्यवहार कर सकता है।

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